वीणा

शताब्दी की ओर अग्रसर - वर्ष १९२७ से अविछिन्न रूप से प्रकाशित देश की एकमात्र हिंदी पत्रिका

स्वर से, लय से, ताल सहित हो, बजती रहना तब तक वीणे | अहितो से यह देश रहित हो, विक्रम - क्रम-धृत जब तक वीणे